tag:blogger.com,1999:blog-2790589333518476752.post3398291454666636953..comments2023-09-30T07:17:48.299-07:00Comments on की हो जिसने शबाब में तोबा...: सतीश सक्सेना साहब की नज़रसहसपुरियाhttp://www.blogger.com/profile/09067316996435869621noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-2790589333518476752.post-21305960216960472932010-07-17T04:46:59.271-07:002010-07-17T04:46:59.271-07:00जब कभी कश्ती मेरी सैलाब में आ जाती है
मां दुआ करत...जब कभी कश्ती मेरी सैलाब में आ जाती है<br /><br />मां दुआ करती हुई ख़्वाब में आ जाती है ।<br /><br />यह पंक्तियां दिल को छू गई, भावपूर्ण प्रस्तुति के लिये आभार ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2790589333518476752.post-27569607904128169152010-07-13T05:16:56.711-07:002010-07-13T05:16:56.711-07:00जो जात पात.की तारीफ़ और बुराई में कुछ कहे..
वो शाय...जो जात पात.की तारीफ़ और बुराई में कुछ कहे..<br />वो शायर नहीं ...manuhttps://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2790589333518476752.post-88901690836372839622010-07-05T04:47:21.493-07:002010-07-05T04:47:21.493-07:00बेहतरीन ग़ज़ल!बेहतरीन ग़ज़ल!Shah Nawazhttps://www.blogger.com/profile/01132035956789850464noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2790589333518476752.post-73270215396120297392010-07-03T05:56:08.602-07:002010-07-03T05:56:08.602-07:00@ राजकुमार सोनी, अजय कुमार
आप दोनो तशरीफ़ लाए, शुक...@ राजकुमार सोनी, अजय कुमार<br />आप दोनो तशरीफ़ लाए, शुक्रिया , बस इसी तरह से रहनुमाई करते रहिए.सहसपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/09067316996435869621noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2790589333518476752.post-64306512022570273202010-07-03T02:47:22.287-07:002010-07-03T02:47:22.287-07:00शानदार रचना ,आभारशानदार रचना ,आभारअजय कुमारhttps://www.blogger.com/profile/15547441026727356931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2790589333518476752.post-43538289503500377552010-07-03T01:22:39.844-07:002010-07-03T01:22:39.844-07:00सतीशजी वाकई एक अच्छे आदमी है। मैं उनके बारे में बह...सतीशजी वाकई एक अच्छे आदमी है। मैं उनके बारे में बहुत ज्यादा तो नहीं जानता लेकिन मेरा दिल कहता है कि जो आदमी दूसरों के दुख में यदि अपना बनकर शरीक होता है तो वह बुरा कैसे हो सकता है।<br />मैं दिल की बात पर हमेशा यकीन करता हूं। आपने ठीक किया उन्हें गजल समर्पित करके।<br />आपका शुक्रिया।राजकुमार सोनीhttps://www.blogger.com/profile/07846559374575071494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2790589333518476752.post-27373770120607437522010-07-02T23:55:00.807-07:002010-07-02T23:55:00.807-07:00BAHUT KHOOB....WAH WAH WAHBAHUT KHOOB....WAH WAH WAHUnknownhttps://www.blogger.com/profile/11500967706252542844noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2790589333518476752.post-47013578423125023562010-07-02T23:48:21.713-07:002010-07-02T23:48:21.713-07:00@ उड़न तश्तरी, विनोद कुमार पांडे,
होसला बड़ाने के...@ उड़न तश्तरी, विनोद कुमार पांडे,<br /> होसला बड़ाने के लिए आप लोगो का शुक्रिया<br />@सत्या गौतम<br />शायर तो संवेदनशील होते है, जहाँ कहीं भी ज़ुल्म होता है तो इक शायर ही है जो आवाज़ उठाता है.<br />@सतीश सक्सेना<br />इस प्रेम के लिए शुक्रिया ही है मेरे पास... वैसे भी हीरे की क़द्र ज़ोहरी ही जानता हैसहसपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/09067316996435869621noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2790589333518476752.post-12243579322913162562010-07-02T23:17:03.453-07:002010-07-02T23:17:03.453-07:00सहसपुरिया साहब ,
आपका अपनापन तो हमेशा ही महसूस करत...सहसपुरिया साहब ,<br />आपका अपनापन तो हमेशा ही महसूस करता रहा हूँ , यह इस ब्लाग जगत की देन है ! जहां तक आपकी भावनाओं का प्रश्न है यह आपका प्यार है जो मुझे अच्छा पाते हैं :-) यहाँ मुझे गाली देने वालों की कमी नहीं है भाई ! मैं तो अपने आपको अयोग्य, लापरवाह और आज के समय के लिए सर्वथा अनफिट भी मानता हूँ ! खैर <br />आपका शुक्रिया !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2790589333518476752.post-62089683036994892382010-07-02T20:13:38.597-07:002010-07-02T20:13:38.597-07:00जय भीम ! बाबा साहब और दलितों की प्रशंसा में किसी श...जय भीम ! बाबा साहब और दलितों की प्रशंसा में किसी शायर ने कुछ कहा हो तो पेश कीजिये वर्ना माना जायेगा कि शायर भी दलितों के दर्द के प्रति सवर्णों की ही तरह बेदर्द होते हैं ।सत्य गौतमhttps://www.blogger.com/profile/11175275197788938243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2790589333518476752.post-22064522626907409182010-07-02T18:28:51.962-07:002010-07-02T18:28:51.962-07:00बढ़िया ग़ज़ल...प्रस्तुति के लिए धन्यवादबढ़िया ग़ज़ल...प्रस्तुति के लिए धन्यवादविनोद कुमार पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2790589333518476752.post-38284109464672108012010-07-02T16:40:48.895-07:002010-07-02T16:40:48.895-07:00बहुत उम्दा शॆर संकलित किये हैं, अच्छा लगा पढ़कर.बहुत उम्दा शॆर संकलित किये हैं, अच्छा लगा पढ़कर.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2790589333518476752.post-68349556494482093552010-07-02T14:43:45.804-07:002010-07-02T14:43:45.804-07:00सतीश भाई, में आपसे नही मिला ना ही आपसे बात हुई है,...सतीश भाई, में आपसे नही मिला ना ही आपसे बात हुई है, फिर भी में आपकी PERSONALITY से बेहद मुतासिर हूँ, आपके जैसा रहम दिल ,दूसरो की मदद के लिए हमेशा हाज़िर, आज के दौर में बहुत कम लोग हैं ,या फिर यूँ कहिए ये दुनिया शायद इसी लिए बची हुई है की आप जैसे लोग इस दुनिया में भी हैं.<br /> ज़्यादा कुछ ना कहूँगा बस प्रेम बनाए रखिएगा, दुआओं में याद रखिएगासहसपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/09067316996435869621noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2790589333518476752.post-64888795105160820242010-07-02T06:23:21.284-07:002010-07-02T06:23:21.284-07:00सहसपुरिया साहब ,
ब्लॉग जिन्हें मैं फालो करता हूँ, ...सहसपुरिया साहब ,<br />ब्लॉग जिन्हें मैं फालो करता हूँ, पर नज़र पड़ते ही, अपने नाम यह पोस्ट देख चौंक गया मैं , पता नहीं आपको क्या अच्छा लगा जो इतनी खूबसूरत ग़ज़ल भेंट दी है मुझे ! जहाँ तक मुझे याद आता है, शायद ही कभी आपकी तरफ ध्यान दे पाया मैं ! पता नहीं ऐसे नालायक दोस्त को यह कीमती तोहफा आपने क्यों दिया, हमने तो ख़ुशी ख़ुशी कबूल कर लिया शुक्रिया आपका !<br /><br />खैर, <br />" जब कभी कश्ती मेरी सैलाब में आ जाती है<br /> मां दुआ करती हुई ख़्वाब में आ जाती "<br /><br /> बेहतरीन लाइनें लिखी हैं मुनव्वर राना ने ...लगता है दो लाइनों में पूरी किताब की कहानी लिख दी है, एक अम्मा ही तो है जो हर मुसीबत में साथ खड़ी नज़र आती है ! मैं कुछ ऐसे बदकिस्मत इंसानों में से एक हूँ जिसे यह प्यार नसीब नहीं हुआ और न यह दुनिया की सबसे खूबसूरत शक्ल देख पाया ! आज भी तडपता हूँ की शायद ख्वाब में ही मेरी माँ मुझे दिख जाए उसके लिए चाहे मेरी जान ही क्यों न चली जाए !<br />वे बड़े बदकिस्मत लोग हैं जो जीते जी अपनी माँ की क़द्र नहीं कर पाते ...दुनिया में खुदा को किसी ने नहीं देखा मगर जिसने हमें जन्म दिया, जिसके शरीर का खून पाकर हम इस संसार में आये उसे हमने क्या दिया ?? माँ के प्रति मुनव्वर राना की यह खूबसूरत लाइने भी , माँ के प्यार के सामने एक ज़र्रा भी नहीं है !<br /><br />और आखिर में , <br />जिन्दगी का कोई ठिकाना नहीं, अगर मौत के समय किसी की आंख में, आंसू का एक कतरा देख कर प्राण त्याग करें तो लगेगा कि जीवन सफल हो गया !<br /><br />शुभकामनायें भाई जी !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2790589333518476752.post-84911907078245273042010-07-02T05:24:22.334-07:002010-07-02T05:24:22.334-07:00@ महेंद्र मिश्र
शुक्रिया@ महेंद्र मिश्र <br />शुक्रियासहसपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/09067316996435869621noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2790589333518476752.post-88124351775865579932010-07-02T05:21:04.403-07:002010-07-02T05:21:04.403-07:00दुख किसी का हो छलक उठती हैं मेरी आँखें
सारी मिट्ट...दुख किसी का हो छलक उठती हैं मेरी आँखें<br /><br />सारी मिट्टी मेरे तालाब में आ जाती हैसहसपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/09067316996435869621noreply@blogger.com